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Griha Pravesh Vidhi in Hindu

गृह प्रवेश विधि हिंदी में

हिन्दू शास्त्रों में पूजा को एक महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है| हर कार्य के मंगलमय शुरुआत के लिए पूर्ण रूप से पूजा का पूर्ण होना अति-आवश्यक माना जाता है| हर कार्य में पूजा का एक अलग महत्व है, चाहे लक्ष्मी पूजा हो या गृह प्रवेश पूजा, मन में सच्ची आस्था का होना अनिवार्य है| गृह प्रवेश पूजा अपने-आप में काफ़ी महत्वपूर्ण माना जाता है| हिन्दू पौराणिक कथित बातों के अनुसार हर नए घर की शांति और समृधि की लिए यह पूजा करवाना अनिवार्य माना गया है| यह पूजा पुरे भारत वर्ष में करायी जाती है, लोग इसे अपनी श्रधा और अपनी पहुच अनुसार पुरोहित द्वारा करवाते है| गृह प्रवेश पूजा में पुरोहितों और पंडितों का काफ़ी महत्व रहता है|

१. हिन्दु घरों में पूजा एक विस्तार विधि होती है, और अगर बात की जाए गृह प्रवेश पूजा की तो हर नए घर की स्थापना इस पूजा से शुरू होती है| इस पूजा को पंडितों और पुरोहितो द्वारा सम्पूर्ण किया जाता है| गृह प्रवेश पूजा के पूर्व पुरे घर को साफ पानी से धोया जाता है, ताकि सारी गन्दगी का नाश हो और अच्छाई की वृद्धि हो| घर धोने की प्रक्रिया पूजा से एक दिन पहले ही कर दी जाती है और घर में एक भी वस्तुओं को रखने की अनुमति नहीं होती है| पूजा वाले दिन घर के सरे लोगो के द्वारा पारंपरिक वश्त्रो को धारण किया जाता है और घर के किसी भी पुरुष सदस्य द्वारा प्रमुख द्वार पर नारियल फोड़ पूजा की शुरुआत की जाती है| इस धार्मिक कृत्य के तुरंत बाद घर के मालिक द्वारा देवी और देवताओं की तस्वीर की स्थापना रसोई घर में की जाती है जहाँ एक और नारियल फोड़ा जाता है और उसके पानी को सभी कमरों में गंगा जल की तरह छिटा जाता है|

कई घरों में नरियल पानी के साथ गौ मूत्र का भी उपयोग किया जाता है जो कि हिन्दू शास्त्रों में काफ़ी पवित्र माना जाता है| इन गतिविधियों के बाद घर के उत्तर पश्चिमी कोने में गणेश भगवान की मूर्ति की स्थापना की जाती है| गृह प्रवेश के साथ ही पुरोहित द्वारा वास्तु और गणेश पूजा भी की जाती है| पूजा के बीच में ही घर की प्रमुख स्त्री द्वारा रसोई घर में उबले हुए दूध को एक साफ़ बर्तन में रखा जाता है, इस विधि के पीछे घर की स्वक्षता को ध्यान में रखा गया है| दूध को प्रसाद स्वरूपी चावल में मिलाकर भगवान को भोग लगाया जाता है| भोग लगाने के बाद उसे प्रसाद की तरह घर के सदस्यों में बांट दिया जाता है| पूजा के दौरान आम और निम्बू के पत्तों को प्रमुख द्वार पर लटका दिया जाता है और माना जाता है कि आम के पत्तों में सारी बुरी शक्तियों को वश में करने की ताकत होती है| इसी के साथ गृह प्रवेश पूजा का समापन कर दिया जाता है|